गर्मियों में दही के फायदे और इसके सेवन के तरीके
दही और ग्रीष्म काल - एक परिचय :
गर्मियों के आगमन के कारण जैसे-जैसे सूरज दिन को लंबा खींचता हैं और तापमान बढ़ता जाता हैं दिल फुर्सत की मांग करता हैं। व्यक्ति तब आराम के लिए छाव और शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए ताज़ा पेय की तलाश करता हैं। गर्मी आमतौर पर बच्चों का पसंदीदा मौसम होता हैं क्योंकि इस दौरान उन्हें लंबी छुट्टियाँ मिलती हैं। लेकिन माता-पिता के लिए गर्मी की प्रचंडता से अपने बच्चों के स्वास्थ्य पर होने वाले संभावित खतरों को पहचानना महत्वपूर्ण हैं। सौभाग्य से प्रकृति दही के रूप में अपना उपचार प्रदान करती हैं। दही एक बहुमुखी और पौष्टिक भोजन हैं जो न केवल हमें ठंडा रखता हैं बल्कि असंख्य स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता हैं। आइए, इस आलेख में दही के बारें में और अधिक अन्वेषण करें।
सबसे पहले जाने की गर्मी की छुट्टियाँ क्यों ज़रूरी हैं?
गर्मी की छुट्टियाँ दुनिया के कई हिस्सों में एक प्रत्याशित परंपरा बन गया हैं। ये एक ऐसी प्रथा हैं जो परिवारों को छुट्टियों का आनंद लेने, मनोरंजक गतिविधियों में शामिल होने, और गर्मी से बचने के लिए स्कूल से छुट्टी प्रदान करती हैं। ये अंतिम कारण बहुत महत्व रखता हैं। एक तरफ जहा गर्मी बाहरी मनोरंजन के अवसर लाती हैं वहीं यह कई स्वास्थ्य संबंधी खतरे भी प्रस्तुत करती हैं। लम्बे वक़्त तक उच्च तापमान के संपर्क में रहने से डिहाइड्रेशन, हीटस्ट्रोक, सनबर्न, और अन्य गर्मी संबंधित बीमारियाँ हो सकती हैं। इसके अलावा, बढ़ी हुई आर्द्रता श्वसन स्थितियों को बिगाड़ सकती हैं जबकि तेज़ धूप से त्वचा को नुकसान और यहाँ तक कि त्वचा कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता हैं। एहि कारण हैं की हर प्राणी को गर्मी से बचने और इससे निपटने की जरूरत हैं!
क्या गर्मियों में दही का सेवन अच्छा हैं?
बिल्कुल! अपने ठंडे स्वभाव और पोषण संबंधी लाभों के कारण दही गर्मियों में खाने के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प हैं। इसमें मौजूद उच्च जल स्तर शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता हैं जबकि प्रोबायोटिक्स एक स्वस्थ आँत माइक्रोबायोम का समर्थन करते हैं, जो प्रतिरक्षा कार्य और पाचन के लिए आवश्यक हैं। इसीलिए दही गर्मी में सेवन के लिए एक आदर्श विकल्प बन जाता हैं।
दही एक फर्मेन्टेड डेयरी उत्पाद हैं जो दूध में बैक्टीरिया कल्चर, मुख्य रूप से लैक्टोबैसिलस बुल्गारिकस और स्ट्रेप्टोकोकस थर्मोफिलस, को मिलाकर बनाया जाता हैं। ये बैक्टीरिया दूध में मौजूद लैक्टोज़ यानि की प्राकृतिक शर्करा को लैक्टिक एसिड में बदल देते हैं। ये दूध को गाढ़ा बनाता हैं और दही को उसका विशिष्ट खट्टा स्वाद देता हैं। फेरमेंटशन की प्रक्रिया प्रोबायोटिक्स, यानि लाभकारी बैक्टीरिया, भी उत्पन्न करता हैं जो आँत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता हैं।
आखिर दही में हैं क्या?
दूध के प्रकार के आधार पर 100 ml दही में आमतौर पर लगभग 61 kcal, 3.5 g प्रोटीन, और 1.5-3 g वसा होता हैं। कार्ब्स लगभग 4.5 g और चीनी 4 g, जो की मुख्य रूप से लैक्टोज से प्राप्त होता हैं। यह 120 mg कैल्शियम (12% दैनिक सेवन), कुछ विटामिन D, और 150 mg पोटेशियम प्रदान करता हैं जो हृदय स्वास्थ्य का समर्थन करता हैं। इसके अतिरिक्त, दही में आँत के स्वास्थ्य के लिए प्रोबायोटिक्स भी मौजूद हो सकते हैं।
गर्मियों में दही के फायदे :
हाइड्रेशन और कूलिंग :
1.दही में मौजूद उच्च जल स्तर पसीने के माध्यम से खोए हुए तरल पदार्थ के पुनःपूर्ति में मदद करती हैं और गर्मी में हाइड्रेशन में सहायता करती हैं।
2.दही के ठन्डे स्वभाव के कारण ये गर्मी से राहत प्रदान करता हैं, जिसके कारण यह गर्मी में व्यक्ति को तरोताज़ा रखने वाला एक अच्छा विकल्प हैं।
पाचन स्वास्थ्य :
दही में प्रोबायोटिक्स यानि लाभकारी बैक्टीरिया होते हैं जो एक स्वस्थ आँत माइक्रोबायोम को बढ़ावा देते हैं, पाचन में सहायता करते हैं, और ब्लोटिंग और कब्ज जैसे पाचन संबंधी मुद्दों के खतरे को कम करते हैं।
पोषण संबंधी लाभ :
1.दही कैल्शियम, प्रोटीन, पोटेशियम, और विटामिन B सहित आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर हैं जो समग्र स्वास्थ्य और जीवनी शक्ति का समर्थन करता हैं।
2.दही में मौजूद प्रोटीन और कैल्शियम व्यक्ति के पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराने में मदद कर सकता हैं, वजन प्रबंधन में सहायता करता हैं, और गर्मियों में अधिक भोजन के सेवन से बचाता हैं।
प्रतिरक्षा समर्थन और त्वचा स्वास्थ्य :
1.दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता हैं, जिससे सर्दी और एलर्जी जैसी गर्मियों की आम बीमारियों से बचने में मदद मिलती हैं।
2.दही में मौजूद लैक्टिक एसिड में एक्सफ़ोलीएटिंग गुण हो सकता हैं, जो स्थानीय रूप से लगाने या आंतरिक रूप से सेवन करने पर सुकुमार और चमकदार त्वचा को बढ़ावा देता हैं।
अस्थि स्वास्थ्य और मांसपेशियों की रिकवरी :
1.दही कैल्शियम का एक समृद्ध स्रोत हैं जो मज़बूत और स्वस्थ हड्डियों को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं, विशेष रूप से गर्मियों में जब शारीरिक परिश्रम ज़्यादा किया जाता हैं।
2.दही में मौजूद प्रोटीन हाइकिंग, तैराकी, या खेल-कूद जैसी शारीरिक गतिविधियों के बाद मांसपेशियों की मरम्मत और रिकवरी में सहायता करता हैं, जिससे व्यायाम के बाद होने वाले दर्द को कम करने में मदद मिलती हैं।
दही के विभिन्न ग्रीष्मकालीन मेनू :
सबसे पसंदीदा दही के डिशेस :
1.'मिष्टी दोई' एक लोकप्रिय बंगाली मिठाई हैं जो चीनी युक्त दूध को दही के कल्चर के साथ गाढ़ा और मलाईदार होने तक फरमेंट करके बनाई जाती हैं।
2.'योगर्ट चावल' या 'दही चावल' एक दक्षिण भारतीय व्यंजन हैं जो पके हुए चावल को दही के साथ मिलाकर उसमें राई, करी पत्ते, और हरी मिर्च का तड़का लगाकर बनाया जाता हैं।
3.'दही वड़ा' एक उत्तर भारतीय नाश्ता हैं जिसमें दाल के पकौड़े को नमक युक्त दही में भिगोया जाता हैं और ऊपर से चटनी और मसाले डाल कर इसका सेवन किया जाता हैं।
4.'श्रीखंड' एक पारंपरिक भारतीय मिठाई हैं जिसे दही को छानकर अतिरिक्त पानी निकला जाता हैं। फिर इसमें चीनी मिलायी जाती हैं और स्वाद बढ़ने के लिए इसमें केसर, इलायची, और मेवें डाले जाते हैं। यह मलाईदार और लज़ीज़ होता हैं और अक्सर मीठे व्यंजन के रूप में ठंडा परोसा जाता हैं।
स्मूदी में मिलाएं :
1.'केले की लस्सी' एक मलाईदार और स्वादिष्ट पेय हैं जिसे पके केले, चीनी, और इलायची को दही में मिलाकर बनाई जाती हैं।
2.'मैंगो मस्तानी' महाराष्ट्र का एक लोकप्रिय पेय हैं जो दही, पके आम, और चीनी का एक मिश्रण हैं जिसे ऊपर से मेवे, चेरी और कभी-कभी आइसक्रीम के साथ परोसा जाता हैं।
3.'कोकोनट योगर्ट स्मूथी' एक ट्रॉपिकल और ताज़ा पेय हैं जिसे बनाने के लिए दही को नारियल के दूध, अनानास के टुकड़ों, और शहद के साथ एक घोल के रूप में बनाया जाता हैं।
दही के पॉप्सिकल्स बनाए :
'कुल्फी' भारत में एक लोकप्रिय फ्रोजन मिठाई हैं जो आइसक्रीम जैसा ही हैं लेकिन उससे ज़्यादा सघन और मलाईदार। इसे बनाने के लिए दूध को तब तक उबाला जाता हैं जब तक कि वह कम और गाढ़ा न हो जाए। फिर इसमें चीनी, मेवे, और इलायची या केसर का स्वाद मिलाया जाता हैं। 'दही कुल्फी' कुल्फी का एक ऐसा प्रकार हैं जिसमें अतिरिक्त स्वाद और ताज़गी के लिए कुल्फी के मिश्रण में दही मिलाया जाता हैं।
'मैंगो योगर्ट पॉप्सिकल्स' दही को पके आम की प्यूरी, नट्स, शहद, और एक चुटकी इलायची के साथ मिलाकर बनाया जाता हैं तत्पश्च्यात पॉप्सिकल मोल्ड्स में इनको जमाया जाता हैं।
निष्कर्ष :
दही गर्मियों में एक स्वस्थ विकल्प हैं जो न्यूनतम या बिना किसी दुष्प्रभाव के विभिन्न लाभ प्रदान करता हैं। इसके ठंडे गुण इसे गर्मी को मात देने के लिए एक तरोताज़ा स्नैक बनाता हैं और इसकी समृद्ध पोषण प्रोफ़ाइल प्रोटीन, कैल्शियम, और प्रोबायोटिक्स जैसे आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती हैं। इसलिए गर्मियों में ठंडा, तरोताज़ा, और पौष्टिकता के लिए दही एक विश्वसनीय खाद्य हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :
1.क्या लैक्टोज सम्बन्धी एलर्जी से पीड़ित लोग दही का सेवन कर सकते हैं?
दही में दूध की तुलना में कम लैक्टोज होता हैं, जिससे लैक्टोज असहिष्णुता वाले कई लोगों के लिए इसे पचाना आसान हो जाता हैं। हालाँकि, गंभीर लैक्टोज सम्बन्धी एलर्जी वाले व्यक्तियों को कुछ असुविधा का अनुभव हो सकता हैं।
2.क्या सर्दी या फ्लू के दौरान दही का सेवन उचित हैं?
हाँ, दही में प्रोबायोटिक्स होता हैं जो प्रतिरक्षा स्वास्थ्य को बढ़ावा देता हैं और संभावित रूप से सर्दी या फ्लू से उबरने में सहायता करता हैं। यह गले की खराश को भी शांत कर सकता हैं।
3.क्या दही खाने से वजन बढ़ता हैं?
दही पोषक तत्वों से समृद्ध हैं और अधिक मात्रा में इसका सेवन वजन बढ़ा सकता हैं। हालाँकि कम वसा युक्त दही वजन बनाए रखने या घटाने के लिए संतुलित आहार का हिस्सा हो सकता हैं।